If you face any troubles related to Ketu during the dasa or antardasa of Ketu, do below remedies: –
1. Worship Lord Ganesha.
2. Recite the beej mantra of the Ketu: Om shram shreem shroum sah ketave namah, 7000 times in 40 days.
3. Recite the Ketu stotra:
Palasha pushpa sankaasham taraka graha mastakam
Roudram roudratmakam ghoram tam ketum Pranamamyaham.
4. Donate: A black cow or black mustard seeds on thursday.
5. Wear a 9 mukhi rudraksha.
केतु
यह राहू की तरह ही छाया ग्रह है।
केतु के अशुभ होने का कारण
भतीजे एवं भांजे का दिल दुखाने एवं उनका हक छीनने पर केतु अशुभ फल देना है। कुत्ते को मारने एवं किसी के द्वारा मरवाने पर, किसी भी मंदिर को तोड़ने अथवा ध्वजा नष्ट करने पर इसी के साथ ज्यादा कंजूसी करने पर केतु अशुभ फल देता है। किसी से धोखा करने व झूठी गवाही देने पर भी राहु-केतु अशुभ फल देते हैं। अत: मनुष्य को अपना जीवन व्यवस्िथत जीना चाहिए। किसी को कष्ट या छल-कपट द्वारा अपनी रोजी नहीं चलानी चाहिए। किसी भी प्राणी को अपने अधीन नहीं समझना चाहिए जिससे ग्रहों के अशुभ कष्ट सहना पड़े।
करें उपाय –
- दुर्गा, शिव व हनुमान की आराधना करे |
- तिल, जौ किसी हनुमान मंदिर में या किसी यज्ञ स्थान पर दान करे।
- कान छिदवाए।
- सोते समय सर के पास किसी पत्र में जल भर कर रक्खे और सुबह किसी पेड़ मेंदाल दे, यह प्रयोग 43 दिन करे।
- इसके साथ हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, हनुमानाष्टक, हनुमान बाहुक, सुंदरकांड का पाठ और ॐ कें केतवे नमः का १०८ बार नित्य जाप करना लाभकारी होता है।
- अपने खाने में से कुत्ते, कौव्वे को हिस्सा दें।
- तिल व कपिला गाय दान में दें। पक्षिओं को बाजरा दे।
- चिटिओं के लिए भोजन की व्यस्था करना अति महत्व्यपूर्ण है।